
उत्तराखंड (देहरादून)1 अगस्त 2024: चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने दावा किया है कि प्रदेश की 1424 ग्राम पंचायत क्षयरोग (टीबी) से मुक्त हो गई है। भारत सरकार ने टीबी मुक्त पंचायत गतिविधि के अंतर्गत प्रमाणित करते हये इन सभी ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किया है।
यह राज्य के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं तथा योजनाओं के सटीक क्रियान्वयन के चलते प्राप्त की गई।अब प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य हासिल करना है। रावत ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत प्रदेश में टीबी मुक्त पंचायत अभियान वृहद स्तर पर चलाया जा रहां है। भारत सरकार ने प्रदेश की 1424 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत लगभग 3200 गांवों को टीबी मुक्त घोषित किया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में राज्य द्वारा 1448 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त पंचायत गतिविधि के तहत सूचीबद्ध कर सत्यापन का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा था।केन्द्र सरकार ने प्रदेश की 1424 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त पंचायतों के लिये तय 6 मानकों पर खरा पाया। जिसमें अल्मोडा जनपद की 115, बागेश्वर 76, चमोली 115, चम्पावत 40, देहरादून,187, हरिद्वार 18, नैनीताल 124, पौड़ी गढ़वाल 297, पिथौरागढ़124, रुद्रप्रयाग 44, टिहरी गढ़वाल 144, ऊधमसिंह नगर 117 तथा उत्तरकशी जनपद की 23 ग्राम पंचायतें शामिल है। इन सभी टीबी मुक्तग्राम पंचायतों की प्रमाण पत्र वितरित दिए जाएंगे। इस संबंध में सभी जनपदों के जिला धिकारियों एवं मुख्य चिकि्साधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष टीबी नोटिफिकेशन में सर्वाधिक 110 प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त की गई है। टीबी जांच दर में पिछले वर्ष की तुलना में प्रदेश में 45 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हुई है।