उत्तराखंड (ऋषिकेश)9 नवंबर 2025: एम्स ऋषिकेश में विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों और मेडिकल कालेजों के कार्डियोलाजिस्ट गंभीर किस्म के हृदय रोगों के इलाज की नई तकनीकों से रूबरू हुए। कार्डियोलाजिस्ट सोसाइटी आफ इंडिया के तीन दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन विशेषज्ञों ने लेफ्ट बन्डल ब्रांच पेसिंग तकनीक पर चर्चा की। कहा कि हृदय रोग में पेस मेकर लगाने की यह तकनीक इलाज में बहुत ही लाभकारी है।
कार्डियोलाजिस्ट सोसाइटी आफ इंडिया, उत्तराखंड चैप्टर (यूकेसीएसआइ) का तीन दिवसीय सम्मेलन एम्स में शुक्रवार को शुरू हुआ। संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह के मार्गदर्शन और डीन एकेडमिक प्रो. जया चतुर्वेदी के सुवर विजन में आयोजित इस सम्मेलन के पहले दिन मुख्य अतिथि पीजीआइ चंडीगढ़ के पूर्व निदेशक और पीएसआरआइ अस्पताल दिल्ली के कार्डियक साइंसेज के चेयरमैन प्रो. केके तलवार, आयोजन अध्यक्ष डा. अमर पाल सिंह गुल्हाटी, सह आयोजन अध्यक्ष प्रो. भानु दुग्गल, आयोजन सचिव डा. बरुण कुमार, समन्वयक डा. प्रीति शर्मा सहित अन्य ने भी संबोधित किया। विशेषज्ञों ने हृदय रोग में इलाज की दृष्टि से विशेष लाभदायक तकनीक लेफ्ट बन्डल ब्रांच पेसिंग को बढ़ावा देने पर फोकस किया। एम्स के कार्डियोलाजिस्ट और कार्यक्रम के आयोजन सचिव डा. बरुण कुमार ने बताया कि पेस मेकर की आवश्यकता वाले रोगियों के इलाज में यह तकनीक बहुत लाभकारी है।
