
उत्तराखंड (हरिद्वार) 27 फरवरी 2025: रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में बीते अक्टूबर में रात्रि गश्त और चेकिंग के दौरान पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमले की घटना में फरार चल रहे कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि के 50 हजार के इनामी गुगें को पुलिस ने मंगलवार को आधी रात मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। रानीपुर कोतवाली की पुलिस और एसओजी की संयुक्त जवाबी कार्रवाई में बदमाश के पैर में गोली लगी। रात में ही उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। बुधवार कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
पुलिस के मुताबिक, पिछले साल 14 अक्टूबर रात रानीपुर कोतवाली की चेतक पुलिस टीम में तैनात हैड कांस्टेबल कुंदन सिंह व होमगार्ड विक्रम सिंह शिवालिक नगर क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। तभी राम धाम कालोनी की ओर से एक ई-रिक्शा और स्कूटर सवार दो संदिग्धों को पुलिस ने रोक कर पूछताछ की। वाहनों के दस्तावेज मांगने पर दोनों बदमाशों ने लोहे की रोड से पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया था। जिससे हैड कांस्टेबल घायल होकर बदहवास हो गया। जबकि होमगार्ड का जवान भी जख्मी हुआ। घटना के बाद बदमाश स्कूटर लेकर फरार हो गए थे। बाद में छानबीन में पता चला कि दोनों टिबड़ी क्षेत्र से ई-रिक्शा चोरी कर फरार हो रहे थे। इस मामले में एक आरोपित अंशुल सिंह निवासी ग्राम भागूवाला चमरिया बिजनौर को पुलिस ने दिसंबर में गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन साबिर निवासी अहबाबनगर ज्वालापुर लगातार फरार चल रहा था। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि आरोपित की गिरप्तारी पर 50 हजार का इनाम घोषित कर धरपकड़ के निर्देश दिए थे।मंगलवार रात मुखबिर से साबिर के चोरी छिपे घर वालों से मिलने के लिए आने की सूचना पर शिवालिक नगर मिलिट्री ग्राउंड के पास रानीपुर कोतवाली प्रभारी कमल मोहन भंडारी व एसओजी इंस्पेक्टर नरेंद्र बिष्ट की टीमों ने चेकिंग अभियान चलाया। संदिग्ध स्कूटी को रोकने पर आरोपित ने पुलिस पर फायर कर दिया।जवाबी फा्यरिंग में पैर में गोली लगने पर घायल हुए साबिर को गिरफ्तार कर लिया गया।