उत्तराखंड (विकासनगर) 26 अक्टूबर नवंबर 2025: हनोल पहुंची बोठा महासू की देव पालकी हिमाचल के सीमावर्ती गाँव मंडौल से बोठा महासू की पदयात्रा हनोल मंदिर पहुंची। यहां परंपरागत तरीके से स्वागत किया गया। परंपरा के अनुसार नए बजीर की ताजपोशी के तहत हिमाचल के श्रद्धालुओं ने प्रसिद्ध महासू मंदिर हनोल में रात्रि जागरण कर देवता से आशीर्वाद लिया। चार भाई महासू से भेंट कर बोठा महासू की देव पालकी ने मूल स्थान के लिए प्रस्थान किया।
शिमला जनपद के जुब्बल तहसील से जुड़े सीमावर्ती मंडौल गांव में बोता महासू का प्राचीन मंदिर है। देव परंपरा के अनुसार मंडौल स्थित बोठा महासू मंदिर में वंशानुगात प्रक्रिया के तहत नवनियुक्त बजीर सुधीर खिमटा की ताजपोशी की परंपरा निभाई गई है। इस बीच पदयात्रा रात्रि जागरण के लिए हनोल मंदिर पहुंची। 70 किमी की पदयात्रा में करीब चार सौ श्रद्धालु व देवता के कारिंदे शामिल रहे। देवता के मंदिर में नए बजीर की ताजपोशी से धार्मिक परंपरा का निर्वहन किया गया।
इस मौके पर नवनियुक्त बजीर सुधीर खिमटा, पुजारी मृगेन्द्र शर्मा, प्रबंधक नरेंद्र नौटियाल, सहायक प्रबंधक किक्रम सिंह राजगुरु, भंडारी अनिल मेहता, प्रताप चौहान, निकाराम चौहान, रघुबीर, रितेश बिमटा, विरेन्द्र सेरटा, बलवीर, राकेश, रोहित चौहान, ओमकार, राहुल आदि मौजूद रहे।
