उत्तराखंड (देहरादून) 8 जून 2025: मलिन बस्तियों पर सरकार की ओर से की जा रही कार्रवाई को लेकर महानगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष डा. जसविंदर सिंह गोगी के नेतृत्व में महानगर कांग्रेस की शुक्रवार को बैठक हुई। बैठक में कार्यकर्ताओं से इस मुद्दे पर आगे की रणनीति पर विचार किया गया। इस पर कार्यकर्ताओं ने अपने सुझाव भी दिए।
बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि मलिन बस्ती के लोग परेशान हैं, उनकी रातों की नींद उड़ी हुई है। उनके संघर्ष में उनके साथ लड़ाई लड़नी है।
कहा कि आज सरकार प्रदेश की बस्तियों को तबाह करना चाहती है। हजारों घरों को उजाड़ना चाहती है, हम ऐसा नहीं होने देंगे।
महानगर अध्यक्ष डा. जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि प्रदेश में बड़ी आबादी बस्ती में रहने वालों की है। प्रदेश की सरकार अपने लोगों के साथ ऐसा कैसे कर सकती है, यही भाजपा का असली चेहरा है। कहा की रिस्पना और बिंदल नदी फ्लोइंग नदियां है। इनको पाटकर सरकार फ्लड की स्थित बना रही है। कांग्रेस सरकार मलिन बस्तियों के मालिकाना हक के लिए अध्यादेश लेकर आई थी। लेकिन भाजपा ने इस मुद्दे को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में लिखा था कि मालिकाना हक दिया जाएगा, पर उन्होंने आज तक अपना वादा नहीं निभाया। कांग्रेस पार्टी आज उन लोगों के साथ खड़ी है और कांग्रेस अध्यक्ष से विचार-विमर्श करके आगे की रणनीति बनाई जाएगी। पहले इन बस्तियों में गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा फिर लोगों को साथ लेकर एक विशाल प्रदर्शन किया जाएगा।
वहीं, नियमितीकरण को लेकर कोई प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई। ऐसे में साल 2016 में तात्कालिक कांग्रेस सरकार मलिन बस्तियों के नियमितीकरण को लेकर अध्यादेश लेकर आई थी। साथ ही राजपुर विधानसभा सीट से तात्कालिक विधायक राजकुमार की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई, जो मलिन बस्तियों के नियमितीकरण को लेकर काम कर रही थी। लेकिन भाजपा ने मलिन बस्तियों के लिए कुछ नहीं किया। भाजपा की सोच जन विरोधी है। बैठक में जगदीश धीमान, प्रदेश प्रवक्ता डा. प्रतिमा सिंह, अनूप कपूर, सुनील जायसवाल बिरेन्द्र पंवार, नितिन चंचल, संजय गौतम, नितेश राजौरिया, मोनिका राजौरिया, सूरज छेत्री, राजेश पुंडीर, उदवीर सिंह पंवार, अशोक कुमार, बिजेंदर चौहान, अर्जुन पारसी, कमला देवी, पियूष गौड़ मौजूद रहे।
