
उत्तराखंड (देहरादून)18 जुलाई 2024:मूंछें तो आपने बहुत देखी होंगी. लेकिन आगरा के रमेश कुशवाहा अलग हैं. इनकी मूंछें साड़ी को भी टक्कर देती हैं. देखने वाला हर कोई हैरान रह जाता है।
फिल्म ‘शराबी’ का एक मशहूर डायलॉग है….’मूंछें हो तो नत्थूलाल जैसी.’ लेकिन आगरा नामनेर के रहने वाले रमेश कुशवाहा को देख कर लोग बोलते है कि मूंछें हो तो रमेश कुशवाहा बाबा जैसी. 80 साल के रमेश कुशवाहा की 35 फुट लंबी मूंछें हैं. वह पिछले 35 सालों से अपनी मूंछें बढ़ा रहे हैं. अब इलाके में रमेश कुशवाहा मूंछों वाले बाबा के नाम से फेमस हैं. कई देसी-विदेशी सैलानी उनकी मूछों के साथ फोटो खिंचवाने के लिए आते हैं
शौकिया तौर पर बढ़ाना शुरू की थी मूंछ
रमेश कुशवाहा बताते हैं कि उन्होंने लगभग 35 साल पहले शौकिया तौर पर मूंछ बढ़ाना शुरू किया था. इसके बाद लोगों की तारीफ मिलती रही और उन्होंने फिर कभी मूंछें नहीं कटवाई . आज लगभग 35 साल के बाद उनकी 35 फुट लंबी मूंछ है. मूंछें इतनी लंबी है कि उन्हें बांधकर रखना पड़ता है. हफ्ते में एक बार देखरेख करने के लिए या कंघी करने के लिए एक खोलते हैं।
कुछ नहीं खाते रमेश बाबा
रमेश बाबा नामनेर में 16*4 की कुटिया में रहते हैं. उनकी पत्नी है लेकिन बच्चे नहीं है .उनका पानी का प्लांट है, जिसकी वह देखरेख भी करते हैं. रमेश कुशवाहा बाबा दिन में कुछ खाते पीते नहीं है. सिर्फ और सिर्फ दूध पीते हैं .मूंछों को कंघी करने के लिए दो लोगों की मदद लेनी पड़ती है. उनकी मूंछ इतनी लंबी है कि गले में माला की तरह वह मूछों को लटका कर रखते है।