
उत्तराखंड (देहरादून)1 अप्रैल 2024: एमकेपी रोड से युवक के अपहरण की हुई घटना का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। यह अपहरण नहीं था बल्कि युवक आपसी समझौते के बाद ही गांव के लोगों के साथ गया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह द्वारा मामले का खुलासा कर बताया गया कि बीते रोज कोतवाली डालनवाला क्षेत्रांर्तगत आराघर में माया देवी पत्नी रामस्वरूप पासवान निवासी एमकेपी रोड डालनवाला व मूल निवासी ग्राम कोयलापुर, थाना कल्याणपुर, जिला समस्तीपुर, बिहार ने सूचना दी कि उनके बेटे बादल को उनके गांव में रहने वाले कमल पासवान पुत्र राम अवतार पासवान सहित कुछ लोग अपने साथ जबरदस्ती बिहार लेकर जा रहे हैं, सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने चैकिंग अभियान चला कर युवक की खोज शुरू कर दी। जांच में पता चला कि आरोपियों द्वारा युवक को पहले इलेक्ट्रिक ऑटो से तथा उसके पश्चात किराये की कार से ले जाया गया है। जिस पर पुलिस ने सर्विलांस के माध्यम से युवक को हरिद्वार से सकुशल बरामद किया गया।
पूछताछ में पता चला कि युवक बादल निवासी एमकेपी चौक, डालनवालाअपनी माता माया देवी के साथ पिछले19-20 सालों से देहरादून में रह रहा था. वह पिछले तीन साल से अपनी माता, बहन व जीजा के साथ एमकेपी चौक के पास निर्माणाधीन बिल्डिंग में मजदूरी का कार्य कर रहा था. बादल कभी-कभी पैतृक गांव जाता रहता है. तीन साल पहले उसका गांव की रहने वाली एक युवती से प्रेम प्रसंग हो गया. इसकी जानकारी मिलते हीं युवती के स्वजनों ने पंचायत बुलाईऔर युवक को भविष्य में एक दूसरे से कोई संपर्क न रखने की बात तय हुई. इसके बाद बादल व उसकी मां बिहार से देहरादून वापस आ गए तथा युवती का रिश्ता किसी अन्य लड़के से बिहार में तय हो गया.
दोनों पक्षों में हुआ समझौता देहरादून आने के बाद बादल युवती के फोटो उसके मंगेतर को भेजने लगा.तब युवती के ससुराल वालों ने युवती के मायके पक्ष को बादल को पंचायत में बुलाकर स्थिति साफ करने के लिए बुलाया फोन करने पर भी बादल व उसकी माता माया देवी बिहार नहीं गए, इसी कारण 30 मार्च को युवती के पिता अपने गांव के तीन अन्य लोगों के साथ बादल के घर देहरादून पर आए और बादल को पंचायत में चलकर स्थिति को साफ करने के लिए साथ ले गए बादल को उसकी सहमति से ऑटो में बैठाकर ले गए तथा उसकी मां को फोन कर बादल को अपने साथ ले जाने व पंचायत में आने के संबंध में बताया। जी.एम.एस. रोड से उनके द्वारा एक कार बुक की गई जिसे लेकर वे हरिद्वार पहुंचे तथा हरिद्वार में एक ढाबे में रूककर खाना खाने के दौरान पुलिस द्वारा उन्हें रोक लिया गया दोनों पक्षों के आपसी समझौता हो गया. दोनों पक्षों ने कोई पुलिस कार्रवाई नहीं करने की बात कही।