
उत्तराखंड (देहरादून) 12 जून 2024: मलिन बस्तियों में तोड़फोड के विरोध में विभिन्न संगठनों के नेतृत्व में महिलाओं ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया। महिलाओं ने प्रदर्शन करते हुए तोड़फोड़ बंद करने और बेघर किए गए लोगों के पुनर्वास की मांग की। कहा कि मकान तोड़े जाने से कई परिवार सड़क पर आ गए हैं। महिलाओं ने डीएम के नाम ज्ञापन भी सौंपा।
मंगलवार को विभिन्न ट्रेड यूनियनों, जन संगठनों एवं एवं विपक्षी दलों से जुड़े लोग मलिन बस्ती में मकानों ने ध्वस्तीकरण के विरोध में कलेक्ट्रेट पहुंचे। इनमें काफी संख्या में महिलाएं शामिल थीं। सभी ने शासन-प्रशासन पर गरीब विरोधी होने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की और कलेक्ट्रेट का घेराव किया। बस्ती की प्रभावित महिलाओं ने कहा कि एक महीने से आतंक के साए में जी रहे हैं। नगर निगम उनको बेघर करने पर आमादा है। कई घरों को तोड़ा जा चुका है, जिससे परिवार बेघर हो गए हैं।
लोगों ने निगम के इस अभियान को गैर कानूनी ठहराते हुए कहा कि सरकार को अपने ही वादे के अनुसार अध्यादेश लाना चाहिए। इस दौरान लोगों ने एसडीएम शालिनी नेगी को डीएम के नाम ज्ञापन सौंपा। संचालन सीआईटीयू के प्रांतीय सचिव लेखराज और चेतना आंदोलन के शंकर गोपाल ने किया। सपा नेता एसएन सचान, महिला समिति की इंदु नौडियाल, सीपीएम के राजेंद्र पुरोहित, अनंत आकाश, किसान सभा के कमरूद्दीन, एडवोकेट रजिया बेग आदि मौजूद रहे।