उत्तराखंड (देहरादून)3 जुलाई 2024: आपदा की दृष्टि से संवेदनशील उत्तराखंड की सड़कों पर आए दिन उभर रहे भूस्खलन क्षेत्र चिंता बढ़ा रहे हैं। उत्तराखंड भूस्खलन न्यूनीकरण और प्रबंधन केंद्र ने अभी तक तक राज्य की सड़कों पर ऐसे 132 भूस्खलन हॉटस्पॉट क्षेत्र चिह्नित किए हैं, जिनमें वर्षाकाल के दौरान विशेष निगरानी की आवश्यकता है।
राष्ट्रीय राजमार्गों पर इन हॉटस्पॉट की संख्या 95 है, जबकि अन्य सड़कों पर 37। उत्तराखंड भूस्खलन न्यूनीकरण और प्रबंधन केंद्र की ओर से बीते दिवस मानसून की तैयारियों को लेकर सचिवालय में हुई बैठक में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से यह जानकारी दी गई।
बताया गया कि राज्य में अन्य संवेदनशील भूस्खलन क्षेत्रों की पहचान के लिए भी प्रयास निरंतर जारी हैं। कुछ स्थानों पर भूस्खलन न्यूनीकरण के कार्य भी प्रारंभ कर दिए गए हैं।
बनेगा भूस्खलन संवेदनशीलता मानचित्र
राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में होने वाले भूस्खलन का ब्योरा भी भूस्खलन न्यूनीकरण और प्रबंधन एकत्र कर रहा है। इसके लिए सभी जिला आपदा प्रबंधन अधिकारियों को बाकायदा प्रपत्र दिए गए हैं। भूस्खलन का आंकड़ा प्राप्त होने के बाद वर्षा के आंकड़ों के साथ यह भविष्य में उत्तराखंड के भूस्खलन की पूर्व चेतावनी और भूस्खलन की संवेदनशीलता मानचित्र के लिए उपयोगी साबित होगा।
