उत्तराखंड (देहरादून) 4 दिसंबर 2025: दून अस्पताल की ओपीडी में आधार कार्ड के अभाव में बुजुर्ग महिला को व्हीलचेयर न देने के मामले में अस्पताल प्रबंधन ने सख्त रुख अपनाया है। मामला सामने आने के बाद अस्पताल प्रशासन ने संबंधित कर्मचारियों को तत्काल ड्यूटी से हटाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सभी कर्मचारियों की रोटेशन ड्यूटी लागू करने और मरीजों के प्रति संवेदनशीलता बरतने के निर्देश जारी किए हैं।
घटना मंगलवार सुबह की है, जब लक्कड़मंडी निवासी शाहनवाज अपनी 65 वर्षीय मां मुन्नी को चोट लगने के बाद अस्पताल लेकर पहुंचे थे। दोनों कुल्हों में चोट के कारण महिला दर्द से कराह रही थीं। बेटे ने ओपीडी में व्हीलचेयर मांगी, लेकिन कर्मचारियों ने आधार कार्ड को मूल प्रति न होने पर इन्कार कर दिया। युवक ने अपने मोबाइल में आधार कार्ड दिखाया लेकिन कर्मचारियों ने इसे स्वीकार नहीं किया। मजबूरी में शाहनवाज अपनी मां को गोद में उठाकर पहले हड्डी रोग विशेषज्ञ के पास ले गए और फिर एक्स-रे के लिए एक अन्य विभाग में भटके। इस दौरान बुजुर्ग महिला लगातार दर्द से कराहती रही। एक्स-रे सहित पूरी प्रक्रिया में करीब डेढ़ घंटा लगा। मामले पर संज्ञान लेते हुए चिकित्सा अधीक्षक डा. आरएस बिष्ट ने कहा कि मरीज को सुविधा देना अस्पताल की प्राथमिक जिम्मेदारी है। और इस घटना में संतृप्त कर्मचारियों को हटाया गया है। इस तरह के व्यवहार को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
