
उत्तराखंड (गोपेश्वर) 20 मई 2025: पंच केदारों में से एक चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट रविवार को ब्रहम मुहुर्त में धार्मिक रीति-रिवाजों के बीच श्रद्धालुओं के दर्शनों को खुल गए है।
रुद्रनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी सुनील तिवारी ने ब्रहम मुहुर्त में पारंपरिक रीति-रिवाजों और धार्मिक विधि-विधान के साथ भगवान रुद्रनाथ मंदिर के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनों को खोले। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। कपाटोद्घाटन समारोह में लोगों में उमंग और उत्साह देखने को मिला। भगवान रुद्रनाथ के जयकारों के बीच हिमालय में स्थित इस धाम में विगत छह माह से पसरा सन्नाटा भी टूट गया है।
समुद्र तल से 11800 फीट की ऊचाई पर स्थित रुद्रनाथ मंदिर में भगवान शिव के मुखारबिंद की पूजा होती है। अब कपाट खुलने के बाद ग्रीष्मकाल में छह माह तक रुद्रनाथ में भगवान शिव की नियमित पूजा-अर्चना होती रहेगी। शीतकाल में भगवान रुद्रनाथ की पूजा गोपीनाथ मंदिर गोपेश्वर में होती है। रुद्रनाथ भगवान के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं को कठिन चढ़ाई पार करनी पड़ती है। मखमली बुग्यालों के बीच स्थित रुद्रनाथ मंदिर पहुंच कर श्रद्धालु प्रकृति के रंग में रंग जाते हैं। यह क्षेत्र अमूल्य जड़ी बूटियों का भंडार है। इसके चलते हिमालय की महिमा ही इस क्षेत्र में अपरंपार मानी जाती है।