
उत्तराखंड (देहरादून) 8 सितंबर 2025: प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा धन सिंह रावत ने कहा कि विभाग में चिकित्सकों के 300 रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाएगा। इसके लिए विभागीय अधिकारियों को उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड को अधियाचन भेजने और रोस्टर तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि हाल ही में 220 चिकित्सकों की भर्ती कर उन्हें पर्वतीय और दूरस्थ स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात किया गया है। अब नए 300 पदों पर भर्ती होने से ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाएं और मजबूत होंगी। डा. रावत ने जानकारी दी कि लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे 56 बांडधारी चिकित्सकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि बीते माह 234 बांडधारी चिकित्सकों को चेतावनी दी गई थी। इसमें से 178 डाक्टरों ने ज्वाइन कर लिया, जबकि 56 ने अंतिम नोटिस की अनदेखी की।
डा रावत ने स्पष्ट किया कि प्रदेश के मेडिकल कालेजों में छात्र छात्राओं को न्यूनतम फीस में एमबीबीएस की पढ़ाई अनुबंध के तहत कराई जाती है। इसके अनुसार, पासआउट डाक्टर को पांच वर्ष तक पर्वतीय जिलों में सेवा देनी अनिवार्य है। यदि कोई चिकित्सक सेवा देने से इंकार करता है तो उसे अनुबंध में निर्धारित बांड राशि विभाग को जमा करनी होती है। इसी के आधार पर विभाग अब बर्खास्त चिकित्सकों से बांड की राशि वसूल करेगा। मंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य सभी नागरिकों को निकटतम अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण उपचार उपलब्ध कराना है और इसके लिए नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।